गौरा (प्रतापगढ़), 24 मई 2025। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के विकास खंड गौरा के अंतर्गत कम्पोजिट विद्यालय डिघवट में शासन के निर्देशानुसार एक अनूठा समर कैम्प आयोजित किया जा रहा है। यह कैम्प न केवल बच्चों के लिए मनोरंजन का साधन है, बल्कि उनकी रचनात्मकता, शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा देने का एक प्रभावी मंच भी साबित हो रहा है। समर कैम्प का आयोजन 10 जून 2025 तक चलेगा और इसमें विविध गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को सीखने का अवसर प्रदान किया जा रहा है।
कम्पोजिट विद्यालय डिघवट में आयोजित इस समर कैम्प का उद्घाटन ग्राम प्रधान पूनम देवी द्वारा किया गया। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। समर कैम्प का संचालन श्रीमती किरन तिवारी, शिवकुमार तिवारी और शीला यादव जैसे समर्पित शिक्षामित्रों द्वारा किया जा रहा है, जिन्होंने बच्चों के लिए विभिन्न रोचक और शिक्षाप्रद गतिविधियों की योजना बनाई है।
एआरपी शैलेश मिश्र ने समर कैम्प के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए बताया कि इसका मुख्य लक्ष्य बच्चों में पाठ्य सहगामी गतिविधियों, योग, हस्त कौशल और खेलकूद के माध्यम से सीखने की क्षमता को विकसित करना है। उन्होंने कहा, यह कैम्प बच्चों को किताबी ज्ञान से इतर जीवन कौशल सिखाने का एक बेहतरीन अवसर है। इसके जरिए बच्चे न केवल अपनी रचनात्मकता को निखार रहे हैं, बल्कि शारीरिक और मानसिक रूप से भी सशक्त हो रहे हैं।
समर कैम्प में प्रतिदिन नई-नई गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बच्चों का उत्साह देखते ही बनता है। योग सत्रों के माध्यम से बच्चे शारीरिक और मानसिक संतुलन सीख रहे हैं, तो हस्त कौशल गतिविधियों में वे अपनी रचनात्मकता को नए आयाम दे रहे हैं। खेलकूद प्रतियोगिताओं ने बच्चों में टीम भावना और नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा, विभिन्न सांस्कृतिक और शैक्षिक गतिविधियों ने बच्चों को एक मंच प्रदान किया है, जहां वे अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित कर रहे हैं।
इस समर कैम्प की खास बात यह रही कि इसमें अभिभावकों और विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अभिभावकों ने बच्चों के उत्साह और उनकी गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी की सराहना की। कई अभिभावकों ने इसे बच्चों के लिए गर्मी की छुट्टियों को उपयोगी बनाने का एक शानदार प्रयास बताया। प्रबंध समिति के सदस्यों ने भी इस आयोजन को सफल बनाने में शिक्षकों का सहयोग किया और इसे और बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिए।
कम्पोजिट विद्यालय डिघवट का यह प्रयास क्षेत्र में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध हो रहा है। समर कैम्प के माध्यम से न केवल बच्चों को सीखने का अवसर मिल रहा है, बल्कि समुदाय के बीच एकता और सहयोग की भावना भी मजबूत हो रही है। शिक्षामित्रों की मेहनत और समर्पण ने इस आयोजन को और भी यादगार बना दिया है।
यह समर कैम्प न केवल बच्चों के लिए एक शिक्षण और मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के महत्व को रेखांकित करने का भी एक प्रयास है। 10 जून तक चलने वाला यह कैम्प बच्चों के लिए नए अनुभव और सीखने का अवसर प्रदान करेगा। क्षेत्रवासियों ने इस पहल की सराहना करते हुए उम्मीद जताई कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजन होते रहेंगे, जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके।