ऑक्सफोर्ड में मूट कोर्ट प्रतियोगिता में बनी एकमात्र भारतीय जज
रायपुर, 1 मई 2025। छत्तीसगढ़ की माटी की बेटी और सुप्रीम कोर्ट की वकील सुगंधा जैन ने वैश्विक मंच पर भारत और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है। बोनवेरो इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन राइट्स द्वारा 21 से 25 अप्रैल 2025 तक ऑक्सफोर्ड में आयोजित 18वें वार्षिक मोनरो ई. प्राइस मीडिया लॉ मूट कोर्ट प्रतियोगिता के अंतर्राष्ट्रीय राउंड में सुगंधा जैन संपूर्ण भारत से एकमात्र जज के रूप में शामिल हुईं।
यह पहला अवसर है जब छत्तीसगढ़ से विधि के क्षेत्र में कोई व्यक्ति अंतरराष्ट्रीय लॉ से संबंधित इस प्रतिष्ठित आयोजन में जज की भूमिका में नजर आया। इस उपलब्धि ने न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश को गर्व का क्षण प्रदान किया है।
इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर दुनिया भर के लगभग 150 देशों की लॉ यूनिवर्सिटियों के मेधावी छात्रों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय कानून, विशेष रूप से मानवाधिकार से संबंधित जटिल और गहन मुद्दों पर चर्चा और तर्क-वितर्क हुए।
सुगंधा जैन ने जज के रूप में अपनी कुशलता और गहरी समझ के साथ न केवल प्रतिभागियों का मूल्यांकन किया, बल्कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय कानून की बारीकियों और मानवाधिकार के महत्व पर भी मार्गदर्शन प्रदान किया।
उनकी यह उपलब्धि भारतीय विधि क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक पल है, जो यह दर्शाता है कि भारत की प्रतिभाएं वैश्विक मंच पर भी अपनी छाप छोड़ने में सक्षम हैं।
30 वर्षीय सुगंधा जैन रायपुर, छत्तीसगढ़ की निवासी हैं और पिछले आठ वर्षों से सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर रही हैं। उनकी प्रोफेशनल यात्रा प्रेरणादायक रही है। वह न केवल सुप्रीम कोर्ट में अपनी दमदार पैरवी के लिए जानी जाती हैं, बल्कि विभिन्न राज्यों के शासकीय संस्थानों के साथ भी सक्रिय रूप से जुड़ी हुई हैं।
इसके अतिरिक्त, सुगंधा सामाजिक कार्यों में भी गहरी रुचि रखती हैं। वह विशेष रूप से महिला उत्थान और कानूनी जागरूकता के क्षेत्र में जन जागरण अभियानों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करती रही हैं। उनकी यह सक्रियता और समर्पण उन्हें न केवल एक कुशल वकील, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व भी बनाता है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुगंधा की इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा, सुगंधा जैन ने ऑक्सफोर्ड जैसे प्रतिष्ठित मंच पर जज बनकर छत्तीसगढ़ और भारत का मान बढ़ाया है। वह हमारी नौजवान पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा हैं।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भी उनकी इस उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा, सुगंधा की मेहनत और प्रतिभा ने साबित कर दिया कि छत्तीसगढ़ की बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। वहीं, सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने सुगंधा को छत्तीसगढ़ का गौरव बताते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
उन्होंने कहा, सुगंधा जैसी प्रतिभाएं नई पीढ़ी को यह विश्वास दिलाती हैं कि मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
सुगंधा की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार और समुदाय को गौरवान्वित किया है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के उन युवाओं के लिए एक मिसाल बन गई है जो विधि और अन्य क्षेत्रों में अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।