प्रतापगढ़, 15 जून 2025। शनिवार की देर शाम प्रतापगढ़ के मीरा भवन चौराहा स्थित लीला पैलेस में सामाजिक एवं संवैधानिक जागरूकता समिति और सत्प्रेरणा के संयुक्त तत्वावधान में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पत्रकारिता की भूमिका विषय पर एक संगोष्ठी और पत्रकार अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया।
इस भव्य आयोजन में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सह क्षेत्र प्रचार प्रमुख और राष्ट्र धर्म पत्रिका के निदेशक मनोजकांत, मुख्य अतिथि जिला अधिकारी शिव सहाय अवस्थी, अति विशिष्ट अतिथि विभाग प्रचारक ओम प्रकाश, पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार, विशिष्ट अतिथि केकेसी डिग्री कॉलेज लखनऊ के प्रोफेसर गिरिजेश त्रिपाठी और पट्टी डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अखिलेश पांडेय उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार श्यामलाल मिश्र ने की, जबकि आयोजन सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता और नई दिल्ली बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष आलोक कुमार पांडेय तथा सत्प्रेरणा के प्रबंधक डॉ. सौरभ पांडेय के संयोजन में हुआ।
मुख्य वक्ता मनोजकांत ने अपने संबोधन में पत्रकारिता को समाज और राष्ट्र निर्माण का एक शक्तिशाली माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता ने सकारात्मक और सृजनशील दृष्टिकोण के साथ भारत को वैश्विक मंच पर विशिष्ट स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने पत्रकारों से पंच परिवर्तन के अंतर्गत कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता, स्वदेशी और नागरिक कर्तव्यों को बढ़ावा देने का आह्वान किया।
मनोजकांत ने जोर देकर कहा कि वैश्विक चुनौतियों के इस दौर में पर्यावरण और परिवार संरक्षण में पत्रकारों की भूमिका अहम है। उन्होंने पत्रकारों को समाज के प्रबुद्ध वर्ग के रूप में देखते हुए कहा कि वे न केवल समस्याओं को उजागर करते हैं, बल्कि उनके समाधान का मार्ग भी प्रशस्त करते हैं।
मुख्य अतिथि जिला अधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने पत्रकारिता के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया ने जहां वर्षों से समाज जागरण का कार्य किया, वहीं इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया ने सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान को संभव बनाया। उन्होंने यूट्यूब जैसे मंचों के माध्यम से पत्रकारिता की बढ़ती भूमिका की सराहना की और कहा कि यह समाज को जागरूक करने और राष्ट्र निर्माण में सहयोग देने में सक्षम है। अवस्थी ने जोर देकर कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने अपने संबोधन में पत्रकारिता को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि पत्र, पत्रिकाएं और पत्रकार समाज का दर्पण हैं, जो समाज की सच्चाई को सामने लाते हैं। उन्होंने समय-समय पर पत्रकारों द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की और इसे लोकतंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक बताया।
विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर गिरिजेश त्रिपाठी और डॉ. अखिलेश पांडेय ने भी पत्रकारिता की सामाजिक और सांस्कृतिक भूमिका पर अपने विचार साझा किए। दोनों ने इस बात पर बल दिया कि पत्रकारिता न केवल सूचना का माध्यम है, बल्कि समाज को शिक्षित और प्रेरित करने का सशक्त जरिया भी है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष श्यामलाल मिश्र ने अपने संबोधन में पत्रकारिता की वर्तमान चुनौतियों और अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन पत्रकारों को अपनी जिम्मेदारियों का बोध कराते हैं और उन्हें समाज के प्रति और अधिक सजग बनाते हैं। उन्होंने पत्रकारिता को सशक्त करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
आयोजक आलोक कुमार पांडेय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विषय प्रवर्तन किया। उन्होंने कहा कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, सामाजिक जागरूकता, राष्ट्रीय उन्नयन और सुधार में पत्रकारों की भूमिका अतुलनीय है। उन्होंने पत्रकारों से इस दिशा में सृजनात्मक कार्य करने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रदर्शन डॉ. सौरभ पांडेय ने किया। उन्होंने सभी उपस्थित अतिथियों, पत्रकारों और गणमान्य व्यक्तियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए शिव प्रकाश मिश्रा सेनानी और सिंधुजा मिश्रा सेनानी को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही प्रतापगढ़ के सभी पत्रकारों का अभिनंदन किया गया। समारोह में जनपद के पत्रकारों ने बड़ी संख्या में भाग लिया, जिससे कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ गई।
उपस्थित पत्रकारों में शैलेंद्र मिश्रा गुरूजी, रमेश रामनाथ यादव, संतोष भगवन, कृष्णानंद त्रिपाठी, अश्वनी सिंह, आदित्य मिश्रा, अशोक सिंह, मनोज त्रिपाठी, विवेक कुमार पांडेय, अमितेंद्र श्रीवास्तव, राज नारायण शुक्ला, रमेश त्रिपाठी, डॉ. अमित पांडेय, बच्चा मिश्रा, पवन मिश्रा, अजीत प्रताप सिंह, अतुल यादव, रजनीश द्विवेदी, बृजेश मिश्रा, सुनील यादव, यादवेंद्र सिंह, सर्वेश शर्मा, विनय पाठक, संजय द्विवेदी, वरुण श्रीवास्तव, अभिषेक मिश्रा, अनूप उपाध्याय, अभ्युदय सिंह, आशुतोष त्रिपाठी, बृजेश विश्वकर्मा, धर्मेंद्र सिंह, रवि प्रकाश सिंह, गौरव श्रीवास्तव, विश्वनाथ त्रिपाठी, अजय पांडेय और अखिल नारायण सिंह शामिल रहे।
इसके अतिरिक्त, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र के कई गणमान्य व्यक्ति भी कार्यक्रम में शामिल हुए, जिनमें पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष हरिओम मिश्रा, भाजपा नेता शिव शंकर सिंह, आशुतोष त्रिपाठी, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि विशाल सिंह, ज्योतिषाचार्य आलोक ऋषिवंश, ओम प्रकाश पांडेय गुड्डू, गिरिजा शंकर मिश्रा, डॉ. रंगनाथ शुक्ला, एमडीपीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र मिश्र, डॉ. किरण मिश्रा, संजीव आहूजा, अश्विनी केशरवानी, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष रुचि केसरवानी, मनप्रीत कौर, कुलदीप सिंह, डॉ. अनीता पांडेय, प्रमिला शुक्ला, सुनील दुबे, आलोक गर्ग, विजय मिश्रा और आनंद प्रचंड आदि उपस्थित रहे।
यह आयोजन न केवल पत्रकारिता की महत्ता को रेखांकित करने में सफल रहा, बल्कि समाज के प्रति पत्रकारों की जिम्मेदारी को और सशक्त करने का एक मंच भी साबित हुआ। पत्रकारों ने इस अवसर पर एकजुटता का परिचय देते हुए समाज और राष्ट्र के लिए सकारात्मक योगदान देने का संकल्प लिया।