प्रतापगढ़, 18 मई 2025। भारतीय सेना के अदम्य साहस और ऑपरेशन सिंदूर की अभूतपूर्व सफलता के सम्मान में 17 मई की शाम प्रतापगढ़ शहर में एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा भाजपा जिला अध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव के संयोजकत्व में तुलसी सदन से प्रारंभ होकर पंजाबी मार्केट, चौक होते हुए पुनः तुलसी सदन पर समाप्त हुई। इस विशाल यात्रा में समाज के हर वर्ग नौजवान, किसान, व्यापारी, शिक्षक, महिलाएं और संत, सभी ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। हजारों लोग हाथों में तिरंगा थामे, भारत माता की जय, हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए सड़कों पर उतरे।
यात्रा का माहौल देशभक्ति से सराबोर था। महिलाओं ने विशेष रूप से कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की तस्वीरें हाथों में उठा रखी थीं, जो भारतीय सेना की वीरता और नारी शक्ति का प्रतीक बन चुकी हैं। यह यात्रा न केवल भारतीय सेना के शौर्य को नमन करने का अवसर थी, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ देश की एकजुटता और दृढ़ संकल्प का भी प्रतीक थी।
पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह (मोती सिंह) ने अपने संबोधन में कहा, भारतीय महिलाओं के सिंदूर को मिटाने की आतंकवादी साजिश का जवाब हमारा ऑपरेशन सिंदूर है। यह ऑपरेशन भारतीय सेना की ताकत और हमारे देश की अखंडता का परिचायक है। उन्होंने भारतीय सेना के जवानों की वीरता को सलाम करते हुए कहा कि यह देश अपने सैनिकों पर गर्व करता है।
धर्माचार्य ओमप्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुज दास ने अपने उद्बोधन में आतंकवाद के खिलाफ सनातन धर्म की शक्ति को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, आतंकवादियों ने धर्म पूछकर गोलियां चलाईं, लेकिन उन्हें नहीं पता कि सनातन धर्म में असीम शक्ति है। हमारे धर्म में देवी-देवताओं और महापुरुषों की वीर गाथाएं हैं, जो हमें प्रेरित करती हैं।
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में वीरगति को प्राप्त सैनिकों और पहलगाम में आतंकवादी हमले में शहीद हुए नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही, भारतीय सेना को बधाई दी, जिसने चुटकी बजाते ही पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को ध्वस्त कर दिया।
इस तिरंगा यात्रा में समाज के हर वर्ग ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। युवाओं का जोश, महिलाओं का उत्साह, किसानों और व्यापारियों का समर्थन, और संतों का आशीर्वाद इस आयोजन को ऐतिहासिक बना गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से इं. अवनीश सिंह पटेल (एमएलसी), राजेंद्र कुमार मौर्य (विधायक, सदर), धीरज ओझा (पूर्व विधायक), गौरांग दास (पीठाधीश्वर, जगन्नाथ मंदिर, गोइ), राजेश सिंह, पवन गौतम (महामंत्री), ओमप्रकाश त्रिपाठी (पूर्व अध्यक्ष), अंशुमान सिंह (भाजयुमो अध्यक्ष), अवधेश मिश्रा, हेमंत मिश्रा (जिला कार्यवाह), शैलेंद्र मिश्रा जगवंती, वरिष्ठ भाजपा नेता गिरधारी सिंह, आलोक ऋषि, विनोद पांडे, रुचि केसरवानी (अध्यक्ष, महिला मोर्चा), अशोक मिश्रा, पिंकी दयाल गुप्ता, शिवानी मातनहेलिया, प्रमिला शुक्ला, सारिका केसरवानी, अनीता पांडे, सोनी, अभिषेक पांडे, दिनेश सिंह (दिन्नू), प्रभात शर्मा, डॉ. गोकुलनाथ श्रीवास्तव, डॉ. अजय सिंह, रामनरेश पांडे, रामकृष्ण रामानुज दास, जयप्रकाश मिश्रा (एडवोकेट), और सुनील मिश्रा सहित हजारों लोग शामिल हुए।
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की एक ऐसी उपलब्धि है, जिसने न केवल आतंकवाद को करारा जवाब दिया, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की सैन्य ताकत को भी प्रदर्शित किया। इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी गतिविधियों को कुचलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यात्रा में शामिल लोगों ने इस ऑपरेशन को भारत की एकता, संप्रभुता और साहस का प्रतीक बताया।
तिरंगा यात्रा के दौरान नारे, भजन और देशभक्ति गीतों ने पूरे शहर को गुंजायमान कर दिया। युवाओं ने सेना में भर्ती होने और देश सेवा का संकल्प लिया, जबकि महिलाओं ने नारी शक्ति के योगदान को रेखांकित किया। व्यापारियों और किसानों ने देश की अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भरता को मजबूत करने का वचन दिया।
यात्रा के अंत में एक विशेष सभा में ऑपरेशन सिंदूर के शहीद सैनिकों और पहलगाम हमले में मारे गए नागरिकों को श्रद्धांजलि दी गई। वक्ताओं ने कहा कि इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। भारतीय सेना और देश की जनता आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूती से जारी रखेगी।
भाजपा जिला अध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव ने आयोजन की सफलता के लिए सभी कार्यकर्ताओं, नागरिकों और प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “यह यात्रा केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि देश के प्रति हमारी निष्ठा और सेना के प्रति हमारे सम्मान का प्रतीक है।” उन्होंने भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के माध्यम से देशभक्ति को प्रोत्साहित करने का संकल्प दोहराया।
प्रतापगढ़ की यह तिरंगा यात्रा न केवल ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का उत्सव थी, बल्कि भारतीय सेना के शौर्य, देश की एकता और सनातन धर्म की शक्ति का भी प्रतीक बनी। इस आयोजन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट और अडिग है। हजारों लोगों की उपस्थिति और उत्साह ने यह संदेश दिया कि भारत का हर नागरिक अपने देश और सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।