प्रतापगढ़, 14 जून 2025। यूपी के प्रतापगढ़ जिले में स्वास्थ्य विभाग में अफसरों की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। डीएम के निर्देश के बाद भी जिम्मेदारी अधिकारी कार्य नहीं कर रहे हैं। शुक्रवार 13 जून की शाम हुई जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक में डीएम शिव सहाय अवस्थी ने पिछली बैठक में दिये गये निर्देशों के क्रम में हुई प्रगति की जानकारी चाही तो पता चला कि कोई कार्य किया ही नहीं गया।
डीएम ने सबसे पहले जन्म मृत्यु पंजीयन मामले की समीक्षा की। इस संबंध में उन्होंने नोडल अधिकारी सुनील श्रीवास्तव से पूछा तो वह कोई जानकारी नहीं दे सके। यहां तक पता चला कि डीएम के निर्देश के बाद भी एक भी प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर बैठक तक नहीं आयोजित की गयी। इस पर डीएम ने नोडल अधिकारी सुनील कुमार को भरी बैठक में फटकार लगाई और कार्यप्रणाली में सुधार लाने की चेतावनी दी।
इसी तरह डीपीएम भी डीएम द्वारा चाही गई जानकारी के क्रम में गलत जानकारी प्रदान की। इस पर डीएम ने उन्हें भी कड़ी फटकार लगाई। डीएम ने बैठक में निर्देश दिया कि 3 अप्रैल से जिन आशा कार्यकर्ताओं ने एक भी प्रसव नहीं कराया है उनकी सेवा को समाप्त किया जाये।
डीएम ने यह भी कहा कि यदि किसी आशा द्वारा महिला का प्रसव उसके घर पर कराया जाता है और प्रसव के दौरान महिला की मौत होती है तो इसके लिए संबंधित आशा को जिम्मेदार माना जाये और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी दिव्या मिश्रा, सीआरओ अजय कुमार तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एएन प्रसाद समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।