हरिद्वार, 17 जून 2025। फिल्म अभिनेत्री से इश्क लड़ाना भाजपा नेता सुरेश राठौड को भारी पड़ गया। अंतत: उन्हें फिल्म अभिनेत्री उर्मिला सनावर को अपनी दूसरी पत्नी के रुप में स्वीकार करना पड़ा। मामला उत्तराखंड के हरिद्वार जिले का है। लंबे समय से चर्चा का विषय बना पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ और फिल्म अभिनेत्री उर्मिला सनावर के बीच का विवाद आखिरकार सुखद अंत के साथ समाप्त हो गया।
ज्वालापुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिल्म अभिनेत्री उर्मिला को अपनी दूसरी पत्नी के रूप में सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया। इस मौके पर दोनों के चेहरों पर खुशी की चमक साफ देखी जा सकती थी।
सुरेश राठौड़ ने कहा, उर्मिला के सच्चे प्यार की जीत हुई है। कुछ गलतफहमियों ने हमें अलग करने की कोशिश की, लेकिन अब सब कुछ साफ हो चुका है। इस दौरान उर्मिला ने सुरेश को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी जाहिर की। यह घटना न केवल हरिद्वार, बल्कि पूरे उत्तराखंड में चर्चा का विषय बन गई है।
क्या है पूरा मामला
सुरेश राठौड़ और उर्मिला सनावर के बीच पिछले दो सालों से चला आ रहा विवाद न केवल स्थानीय, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियां बटोर चुका था। यह विवाद तब शुरू हुआ, जब उर्मिला ने सोशल मीडिया पर सुरेश राठौड़ के साथ अपने रिश्ते को लेकर कई खुलासे किए थे।
इन पोस्ट्स में उन्होंने सुरेश पर अपने रिश्ते को स्वीकार न करने और उन्हें उनका हक न देने का आरोप लगाया था। दूसरी ओर, सुरेश राठौड़ ने इस मामले में चुप्पी साध रखी थी, जिससे कई तरह की अटकलें और गलतफहमियां जन्म ले रही थीं।
सहारनपुर के जीपीओ रोड स्थित एक सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह सारा विवाद खत्म हो गया। इस मौके पर उर्मिला दुल्हन की तरह सज-धज कर पहुंची थीं, और दोनों के चेहरों पर संतुष्टि और खुशी साफ झलक रही थी।
सुरेश राठौड़ ने प्रेस के सामने खुलकर कहा, उर्मिला का प्यार सच्चा था। मैं उन लोगों को गलत मानता हूं, जिन्होंने हमें अलग करने की कोशिश की। कुछ मजबूरियों के चलते मैं इस रिश्ते को पहले सार्वजनिक नहीं कर पाया, लेकिन अब मैं गर्व के साथ कहता हूं कि उर्मिला मेरी पत्नी हैं।
गलतफहमियों का अंत, प्रेम की जीत
सुरेश राठौड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उनके और उर्मिला के बीच कुछ लोगों ने साजिश के तहत गलतफहमियां पैदा की थीं। इन गलतफहमियों ने उनके रिश्ते को न केवल प्रभावित किया, बल्कि उर्मिला को मानसिक और सामाजिक रूप से भी परेशान किया। उन्होंने कहा, मैंने अपनी पहली पत्नी और परिवार को इस रिश्ते के बारे में समझा लिया है। अब उर्मिला को लेकर कोई विवाद नहीं है। उनका प्यार इतना सच्चा था कि मैं उनके सामने झुक गया।
उर्मिला ने भी इस मौके पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, मेरा प्यार हमेशा से सच्चा था। मैंने अपने हक के लिए दो साल तक संघर्ष किया। आज सुरेश ने मुझे अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर मुझे न्याय दिलाया है। हालांकि, उर्मिला ने यह भी स्पष्ट किया कि वह अभी तुरंत सुरेश के साथ नहीं रहेंगी।
उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले उनके सहारनपुर के गोविंद नगर स्थित मकान पर कब्जे की कोशिश की गई थी, जिसके पीछे एक साजिश थी। इस मामले में सहारनपुर कोतवाली सदर बाजार में एक शिकायत दर्ज की गई है, और वे चाहती हैं कि इस साजिश का पूरी तरह खुलासा हो।
मकान पर कब्जे का विवाद
सुरेश राठौड़ ने उर्मिला के मकान पर कब्जे की कोशिश के मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि इसकी गहन जांच कराई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि उर्मिला उनकी पत्नी हैं, और अब कोई भी उनके खिलाफ गलत हरकत करने की हिम्मत नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, मैं उर्मिला के साथ खड़ा हूं। हम इस मामले की तह तक जाएंगे और दोषियों को सजा दिलाएंगे। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर हलचल मचा दी है, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब उर्मिला के मकान को लेकर विवाद सामने आया है।
उर्मिला ने बताया कि इस हमले के बाद उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा महसूस हो रहा है। उन्होंने पुलिस से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है, और जल्द ही इस साजिश के पीछे के लोगों का खुलासा होने की उम्मीद है।
सुरेश राठौड़ एक प्रमुख राजनेता रहे हैं, और उनके इस फैसले ने न केवल सामाजिक, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी चर्चा को जन्म दिया है। कुछ लोगों ने उनके इस कदम को साहसिक बताया है, क्योंकि भारतीय समाज में दूसरी शादी को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करना अभी भी एक संवेदनशील मुद्दा है। वहीं, कुछ लोग इसे लेकर उनकी आलोचना भी कर रहे हैं। लेकिन सुरेश और उर्मिला दोनों ने स्पष्ट किया कि वे अपने फैसले से खुश हैं और अब किसी भी तरह की गलतफहमी या विवाद को जगह नहीं देना चाहते।
उर्मिला का संघर्ष और जीत
उर्मिला सनावर, जो एक उभरती हुई फिल्म अभिनेत्री हैं, ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स के जरिए इस पूरे विवाद को कई बार सार्वजनिक किया था। उनकी पोस्ट्स में गुस्सा और दर्द साफ झलकता था। उन्होंने सुरेश पर अपने रिश्ते को नकारने और उन्हें उनका हक न देने का आरोप लगाया था। लेकिन इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उर्मिला ने कहा कि वह अपने संघर्ष से संतुष्ट हैं। मैंने कभी हार नहीं मानी। मेरा प्यार और मेरा हक मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण था। आज मुझे वह मिल गया है।
सुरेश राठौड़ और उर्मिला की यह कहानी न केवल प्रेम और विश्वास की जीत की कहानी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि समाज में बदलाव संभव है। सुरेश ने अपनी पहली पत्नी और परिवार को इस रिश्ते के लिए राजी करने में सफलता पाई, जो उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है। वहीं, उर्मिला का यह कहना कि वह अभी सुरेश के साथ नहीं रहेंगी, यह दर्शाता है कि वह अपनी सुरक्षा और सम्मान को लेकर पूरी तरह सजग हैं।
हरिद्वार और सहारनपुर में यह मामला अभी भी चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग इस जोड़े की कहानी को अलग-अलग नजरिए से देख रहे हैं। कुछ इसे प्रेम की जीत के रूप में देख रहे हैं, तो कुछ इसे सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों पर सवाल उठाने वाला कदम मान रहे हैं। लेकिन एक बात स्पष्ट है कि सुरेश राठौड़ और उर्मिला ने अपने रिश्ते को एक नया आयाम दिया है, और अब वे एक साथ अपनी जिंदगी को नए सिरे से शुरू करने की तैयारी में हैं।
सुरेश राठौड़ और उर्मिला सनावर की कहानी एक ऐसी कहानी है, जो प्रेम, संघर्ष, और सामाजिक चुनौतियों को दर्शाती है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस ने न केवल उनके रिश्ते को एक नई दिशा दी, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि सच्चा प्यार हर मुश्किल को पार कर सकता है। अब यह देखना बाकी है कि इस जोड़े का भविष्य क्या होता है, और क्या उर्मिला के मकान पर कब्जे की साजिश का खुलासा हो पाता है। लेकिन फिलहाल, हरिद्वार और सहारनपुर की गलियों में सुरेश और उर्मिला की प्रेम कहानी की चर्चा जोरों पर है।