नई दिल्ली, 7 मई 2025। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले का जवाब भारत ने 6 मई 2025 की मध्य रात्रि में दे दिया। पहलगाम में हुई घटना के बाद ही पूरे देश में गम और गुस्से का माहौल है। इसे समझते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय सेना की तीनो इकाईयों के प्रमुख की बैठक में सेना को ठोस कार्रवाई करने के लिए खुली छूट दे दिया था।
सेना ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों के ठिकानों को चिन्हित किया और सही समय देखकर 6 मई की रात 1.05 बजे पीओके और पूर्वी पंजाब प्रांत के नौ स्थानों पर आंतकियों के 21 ठिकानों पर जबरदस्त हमले किये। 25 मिनट तक चला लगातार यह हमला 1.30 बजे पूरा हुआ।
इस हमले को अंजाम देने वाले भारतीय सेना के जाबांज पूरी तरह से सुरक्षित हैं और हमला करने के बाद वापस अपने देश लौट आये। 7 मई की सुबह भारतीय विदेश मंत्रालय और भारतीय सेना ने संयुक्त प्रेंस कांफ्रेंस में इस एअरस्ट्राइक की जानकारी मीडिया को दी।
सेना की लेफिटनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि भारतीय सेना ने पीओके और पूर्वी पंजाब प्रांत के बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, भीमबर, चक अमरू, बाग, कोटली, सियालकोट और मुजफराबाद में आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत कर दिया।
इन स्थानों से आतंकवादी भारत विरोधी हरकतें करते रहते थे। सेना के अफसरों ने बताया कि हमने आम नागरिकों और सैन्य ठिकानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। हमने केवल आतंकी संगठन जैश और लश्कर-ए-तैयबा के शिविरों को निशाना बनाया। 9 जगहों पर 21 ठिकानों पर हमला किया गया। पाकिस्तान में सियालकोट पर हमला किया गया। यहां के सरजल में हिजुब्ल मुजाहिदीन का शिविर था।
सेना ने यह भी बताया कि सबसे पहले POK में सवाई नाला मुजफ्फराबाद में हमला किया गया। यहां लश्कर का प्रशिक्षण केंद्र था। सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमले के आतंकियों ने यहा प्रशिक्षण लिया था। सैयदना बिलाल कैंप मुजफ्फराबाद में हथियार, विस्फोटक और जंगल सर्वाइवल का प्रशिक्षण दिया जाता था। कोटली गुरपुर कैंप लश्कर का है। पुंछ में 2023 में श्रद्धालुओं पर हुए हमले के आतंकियों ने यहां प्रशिक्षण लिया था। अब्बास कैंप कोटली LOC से 13 किलोमीटप दूर है। यहां फिदायीन तैयार होते हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय सेना की इस कार्रवाई में 80 हार्डकोर आतंकी मारे गये हैं। बताया जा रहा है कि इस हमले में जैश प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य मारे गये हैं। सेना ने जिस समय यह हमला किया उस समय मसूद अतहर ठिकाने पर मौजूद नहीं था, इसके चलते वह बच निकला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना की सैन्य कार्रवाई के बाद यूरोप की अपनी जरूरी यात्राओं को रद्द कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी 3 देशों क्रोशिया, नॉर्वे और नीदरलैंड की यात्रा पर जाने वाले थे, जो मध्य मई में होने वाली थी। पीएम मोदी पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई पर नजर रखे हुए हैं।
उधर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय सेना द्वारा की गयी कार्रवाई को कबूल कर लिया है।