नई दिल्ली, 30 मई 2025। विश्व की नंबर 1 सहकारी संस्था इफको ने कमाल कर दिया है। वित्त वर्ष 2024-25 में कर-पूर्व लाभ के रूप में ₹3,811 करोड़ का मुनाफ़ा दर्ज किया। इसके साथ ही संस्था ने नैनो उर्वरकों की बिक्री में 47% की रिकॉर्ड वृद्धि भी हासिल की है। यह उपलब्धि भारत के सहकारी क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बन गई है।
वित्त वर्ष 2024-25 में इफको ने कुल ₹41,244 करोड़ का कारोबार किया। इस दौरान नैनो-उर्वरकों की 365.09 लाख बोतलें बेची गईं, जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले 116 लाख बोतलें अधिक हैं। इसमें इफको नैनो यूरिया प्लस (लिक्विड) की 268 लाख और इफको नैनो डीएपी (लिक्विड) की 97 लाख बोतलें शामिल हैं।
इफको के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने कहा, यह ‘सहकार से समृद्धि’ के विज़न की बड़ी उपलब्धि है। पिछले 23 वर्षों से इफको लगातार अपने सदस्यों को 20% लाभांश दे रहा है।
प्रबंध निदेशक डॉ. यूएस अवस्थी ने जानकारी दी कि जल्द ही नैनो एनपीके उर्वरक भी लॉन्च किया जाएगा, जो मैग्नीशियम, सल्फर, जिंक और कॉपर जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होगा। यह पारंपरिक रासायनिक उर्वरकों का एक टिकाऊ विकल्प होगा।
इफको ने 100 मि.ली. की बोतल में नैनो जिंक और नैनो कॉपर के नए फॉर्मुलेशन भी लॉन्च करने की योजना बनाई है। साथ ही, इफको ने 40 देशों में अपनी उपस्थिति दर्ज की है जिनमें अमेरिका, ब्राज़ील, नेपाल, मॉरीशस और स्लोवेनिया प्रमुख हैं।
इफको की नैनो विलेज क्लस्टर परियोजना
1 जुलाई 2024 से इफको ने “मॉडल नैनो विलेज” परियोजना शुरू की जिसमें 203 गांवों में 5 लाख एकड़ कृषि भूमि पर प्रयोग किए गए। इस पहल में अब तक 40,000 किसानों ने 5.30 लाख से अधिक बोतलें खरीदीं और 72,000 एकड़ में ड्रोन स्प्रेइंग हुआ। इसके परिणामस्वरूप रासायनिक उर्वरकों के उपयोग में 28.73% की कमी और फसल उत्पादन में 5.8% की वृद्धि दर्ज की गई।
वर्ष 2023-24 के लिए इफको ने दो सहकारी नेताओं को सम्मानित किया। इनमें मानसिंहभाई पटेल (गुजरात) को इफको सहकारिता रत्न और अमरीक सिंह (हरियाणा) को इफको सहकारिता बंधु पुरस्कार दिया गया। दोनों ने सहकारी आंदोलन को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
भारत के 15 कृषि जलवायु क्षेत्रों में इफको ने 1,470 प्रदर्शन परीक्षण किए जिसमें नैनो डीएपी से 5.27% और नैनो यूरिया से 5.28% अधिक उपज दर्ज की गई।