प्रयागराज, 11 जून 2025। यूपी के प्रयागराज की बेटी सौम्या पांडेय, जिसने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्रैक कर आईएएस जैसे प्रतिष्ठित पद को हासिल किया, उसने एक साथ तीन प्रतिष्ठित अवार्ड हासिल किया है। इससे प्रयागराज न केवल उत्तर प्रदेश स्तर पर बल्कि देश स्तर पर गौरवान्वित हुआ है। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकैडमी, मसूरी में सौम्या को एक साथ तीन प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ये सम्मान सौम्या को प्रदान किया। यह पुरस्कार उनकी मेहनत, काबिलियत और प्रशासनिक क्षमता का बड़ा प्रमाण हैं।
ये हैं पुरस्कार
- सर्वश्रेष्ठ अधिकारी
- सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति
- सर्वश्रेष्ठ केस स्टडी
कौन हैं सौम्या पांडेय
UPSC पास करने के बाद सौम्या की पहली नियुक्ति सिद्धार्थनगर जिले में सहायक मजिस्ट्रेट के पद पर हुई थी। इसके बाद उन्हें गाजियाबाद में संयुक्त मजिस्ट्रेट के पद पर भेजा गया। वर्तमान में वे कानपुर में सहायक श्रमायुक्त के पद पर सेवारत हैं।
प्रयागराज की रहने वाली सौम्या शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रहीं। उन्होंने 10वीं में 98% और 12वीं में 97.8% अंक हासिल किए। उन्होंने 2015 में MNNIT प्रयागराज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया।
इंजीनियरिंग करने के बाद सौम्या ने बिना समय गंवाए UPSC की तैयारी शुरू की। एक साल की मेहनत में उन्होंने देश के सबसे प्रतिष्ठित प्रशासनिक पद पर जगह बना ली।
मां चिकित्सक, पिता कालेज के प्रबंधक
आईएएस सौम्या पांडेय की मां श्रीमती साधना पांडेय चिकित्सक हैं, वे प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं और अपना निजी अस्पताल चलाती हैं। पिता डॉ रवि पांडेय हरिहर इंस्टीटयूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलाजी कालेज के प्रबंधक हैं।