रायपुर, 26 मई 2025। अमर शहीद संत कंवरराम साहब के जन्मोत्सव के अवसर पर रायपुर के शंकर नगर स्थित सिंधु पैलेस में 25 मई 2025, रविवार को एक भव्य मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संत कंवरराम साहब जी के पौत्र, वर्तमान में अमरावती, महाराष्ट्र में स्थित संतों के दरबार के गद्दी नशीन, श्रद्धेय संत राजेश लाल जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। संत कंवरराम नगर युवा परिषद के सदस्यों ने पूज्य संत राजेश लाल जी का भव्य स्वागत किया। उन्हें शाल पहनाकर और फलों की टोकरी भेंटकर सम्मानित किया गया, साथ ही उनसे शुभ आशीर्वाद प्राप्त किया गया।
इस आयोजन में संत कंवरराम नगर युवा परिषद के अध्यक्ष प्रेम प्रकाश मध्यानी और महासचिव अजय वलेचा सहित रायपुर शहर के विभिन्न संत-महात्मा, साधु समाज के भाई साहब, विभिन्न पंचायतों के मुखिया, और शहर के गणमान्य नागरिक, पुरुष, महिलाएं, और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए। मेले में उत्साह और भक्ति का माहौल था, जहां उपस्थित लोग संत कंवरराम साहब के जीवन और उनके योगदान को याद करते हुए उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रहे थे।
युवा परिषद के अध्यक्ष श्री मध्यानी और महासचिव श्री वलेचा ने पूज्य संत राजेश लाल जी को कटोरा तालाब स्थित संत कंवरराम चौक के हाल ही में किए गए सौंदर्यीकरण कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि युवा परिषद के अथक प्रयासों और समुदाय के सहयोग से चौक का स्वरूप निखारा गया है, जिससे यह स्थल अब और अधिक आकर्षक और सम्मानजनक बन गया है।
संत राजेश लाल जी ने चौक के नए स्वरूप की तस्वीरें देखकर युवा परिषद के सदस्यों की खुले दिल से प्रशंसा की। उन्होंने इस कार्य को सामुदायिक एकता और संत कंवरराम साहब के प्रति समर्पण का प्रतीक बताया। साथ ही, उन्होंने युवा परिषद के सदस्यों को इस नेक कार्य के लिए आशीर्वाद दिया और भविष्य में भी समाज सेवा के ऐसे कार्यों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
मेले में विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। भक्ति भजनों और संत कंवरराम साहब के जीवन पर आधारित प्रवचनों ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। बच्चों और युवाओं के लिए विशेष गतिविधियां भी आयोजित की गईं, जिनमें पारंपरिक खेल और सांस्कृतिक प्रदर्शन शामिल थे। स्थानीय समुदाय ने इस आयोजन को संत कंवरराम साहब के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना।
श्री मध्यानी ने अपने संबोधन में कहा कि संत कंवरराम साहब का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। उनके बलिदान और समाज सेवा के कार्य आज भी हमें एकता और समर्पण की सीख देते हैं। श्री वलेचा ने कहा कि युवा परिषद का उद्देश्य संत कंवरराम साहब के विचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाना और सामुदायिक विकास के लिए कार्य करना है।
इस आयोजन ने न केवल संत कंवरराम साहब के जन्मोत्सव को यादगार बनाया, बल्कि सामुदायिक एकता और सामाजिक कार्यों के प्रति लोगों को प्रेरित भी किया। संत कंवरराम चौक के सौंदर्यीकरण ने स्थानीय निवासियों में गर्व की भावना जागृत की है, और यह स्थान अब समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र बन गया है।