नागपुर, 6 जून 2025। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रतिष्ठित प्रशिक्षण शिविर ‘कार्यकर्ता विकास वर्ग-द्वितीय’ का समापन गुरुवार 5 जून 2025 को नागपुर के रेशिमबाग स्थित स्मृति-मंदिर परिसर में हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित छत्तीसगढ़ के प्रमुख आदिवासी नेता और सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष अरविंद नेताम ने धर्मांतरण (कन्वर्जन) की समस्या पर चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि संघ और समाज के संयुक्त प्रयासों से इस चुनौती का समाधान संभव है। नेताम ने जोर देकर कहा, हम सभी इस माटी के हैं, कोई बाहर का नहीं। उन्होंने जनजातीय समाज के मुद्दों पर साझा पहल और संघ के साथ संवाद को आवश्यक बताया। नेताम ने जनजातीय समाज के उत्थान के लिए संघ के प्रयासों की प्रशंसा की और सामाजिक समरसता के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।
सुरक्षा के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा : भागवत
समापन समारोह को संबोधित करते हुए सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने देश की सुरक्षा के लिए स्व-निर्भरता पर बल दिया। उन्होंने हाल ही में पहलगाम में हुई आतंकी घटना का जिक्र करते हुए भारतीय सेना की वीरता, शासन-प्रशासन की दृढ़ता और समाज व राजनीति में प्रदर्शित एकता की सराहना की। भागवत ने कहा, यह एकता चिरस्थायी होनी चाहिए। हमें अपनी सुरक्षा के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा। उन्होंने स्वयंसेवकों से समाज में एकता और सेवा के मूल्यों को मजबूत करने का आह्वान किया।
शारीरिक और बौद्धिक कौशलों का प्रदर्शन
कार्यक्रम में अखिल भारतीय सेवा-प्रमुख डॉ. कृष्णगोपाल, सरकायर्वाह दत्तात्रेय होसबाले और वर्गाधिकारीगण उपस्थित रहे। देशभर से आए सैकड़ों स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण पूर्ण कर गण-शस्त्र और विभिन्न व्यायाम प्रदर्शन प्रस्तुत किए। यह शिविर संघ की गुरु-स्थली रेशिमबाग में आयोजित हुआ, जो स्वयंसेवकों के प्रशिक्षण और चरित्र निर्माण का प्रमुख केंद्र माना जाता है। समारोह में स्वयंसेवकों ने अनुशासन और समर्पण का परिचय देते हुए विभिन्न शारीरिक और बौद्धिक कौशलों का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने स्वयंसेवकों के उत्साह और प्रशिक्षण की गुणवत्ता की सराहना की।