प्रतापगढ़, 8 मई 2025। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के पट्टी महोखरी गांव में गुरुवार सुबह एक जमीनी विवाद ने खूनी रूप ले लिया, जिसमें 22 वर्षीय अमन दुबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना में मृतक की चाची, 40 वर्षीय सरिता, भी गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस हृदयविदारक घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है और पीड़ित परिवार ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। स्थानीय लोगों में भी पुलिस की निष्क्रियता को लेकर आक्रोश व्याप्त है।
इस घटना ने प्रतापगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतक के पिता ओम कैलाश दुबे का कहना है कि अगर पुलिस ने उनकी शिकायतों पर समय रहते कार्रवाई की होती, तो उनके बेटे की जान बच सकती थी।
उन्होंने कहा, हमने बार-बार पुलिस को इस विवाद की गंभीरता बताई, लेकिन हर बार हमें टाल दिया गया। आज मेरा बेटा चला गया, और मेरे परिवार का सब कुछ खत्म हो गया। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि पुलिस की लापरवाही ने इस त्रासदी को जन्म दिया। उनका आरोप है कि पुलिस ने विवाद को हल्के में लिया, जिसके परिणामस्वरूप यह जघन्य हत्याकांड हुआ।
मृतक अमन दुबे के परिजनों के अनुसार, आबादी की जमीन को लेकर उनके परिवार का रिटायर सेक्रेटरी के परिवार से लंबे समय से विवाद चल रहा था। इस विवाद की जड़ एक छोटा सा भूखंड था, जिस पर दोनों पक्ष अपना-अपना दावा करते थे।
परिजनों का कहना है कि उन्होंने इस मामले को लेकर पट्टी थाने में कई बार लिखित शिकायतें दी थीं, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। चौंकाने वाली बात यह है कि बुधवार को इस विवाद के सिलसिले में 112 नंबर पुलिस गांव पहुंची थी, लेकिन कोई समाधान निकालने के बजाय स्थिति को यथावत छोड़ दिया गया।
गुरुवार सुबह विवादित जमीन पर बुलडोजर से खुदाई शुरू होने पर दोनों पक्षों के बीच फिर से तनाव बढ़ गया। देखते ही देखते यह तनाव हिंसक झड़प में बदल गया। आरोप है कि सेवानिवृत्त पंचायत सेक्रेट्री के बेटों यशवंत दुबे, अविनाश दुबे और रविन्द्र नाथ दुबे ने लाइसेंसी बंदूक से अमन दुबे पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं।
अमन के सीने में दो गोलियां लगीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हमले में अमन की चाची सरिता भी गोली का शिकार हुईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और एक आरोपी को हिरासत में लिया है।
अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह ने घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। घायल सरिता को तत्काल राजा प्रताप बहादुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने अन्य फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है।