रायपुर, 6 मई 2025। छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सरकार में लापरवाही और कर्तव्य पालन में भ्रष्टाचार करने वाले अफसर और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई तेज कर दी गयी है। शासन ने पिछले 24 घंटे के दौरान एक मुख्य नगर पालिका अधिकारी और तहसीलदार स्तर के अधिकारी समेत आधा दर्जन से अधिक अफसरों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई किया है। साथ ही दो ऐसे थाना प्रभारियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ ऐक्शन लिया गया है जो पुलिस रिकार्ड में फरार चल रहे सटोरिये के साथ पार्टी कर रहे थे। फरार सटोरिये के साथ पार्टी कर रहे थाना प्रभारियों का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुए फौरन संबंधित थाना प्रभारियों को हटा दिया गया।
3 आबकारी सर्किल के प्रभारी निलंबित, 6 को नोटिस
राज्य स्तरीय उड़नदस्ते के औचक निरीक्षण में बलौदाबाजार, महासमुंद और राजनांदगांव जिले में अवैध शराब का मामला पकड़ में आने पर तीन सर्किल अधिकारियों को निलंबित करने के साथ ही आबकारी विभाग के 6 वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जवाब-तलब किया गया है।
आबकारी आयुक्त से प्राप्त जानकारी के अनुसार अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने के मामले में लापरवाही और उदासीनता बरतने के मामले में बलौदाबाजार जिले के वृत्त प्रभारी श्रीमती मोतिन बंजारे को निलंबित करने के साथ ही जिला आबकारी अधिकारी गजेन्द्र सिंह, सहायक आबकारी अधिकारी एवं मंडल प्रभारी जलेस सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। राज्य स्तरीय उड़नदस्ते ने बलौदाबाजार जिले के ग्राम बनसांकरा में अप्रैल माह में की गई छापामार कारर्वाई में मध्यप्रदेश राज्य की 104 पेटी विदेशी मदिरा जब्त की गई थी। इस मामले में उक्त अधिकारियों को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए यह कार्रवाई की गई है।
इसी प्रकार 3 मई 2025 को महासमुंद जिले के बागबाहरा में 14 पेटी देशी शराब, 8 पेटी गोवा, 14 पेटी उड़ीसा राज्य की बीयर एवं 13 नग विदेशी मदिरा के जब्ती के मामले में वृत्त बागबाहरा के प्रभारी मुकेश कुमार वर्मा को निलंबित कर दिया गया है, जबकि वहां पर जिला आबकारी अधिकारी निधिश कोष्ठी एवं मंडल प्रभारी उत्तम बुद्ध भारद्वाज को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
राजनांदगांव जिले के आबकारी वृत्त डोंगरगढ़ स्थित ग्राम करवारी लतमर्रा मार्ग के एक फार्म हाउस में पुलिस द्वारा की गई छापामार कारर्वाई में 432 पेटी विभिन्न ब्रांड की विदेशी शराब और भारी मात्रा में खाली बोतल, ढक्कन, लेबल एवं 4 हजार नग होलोग्राम जब्त किया गया था। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए वृत्त डोंगरगढ़ के प्रभारी अनिल कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है, जबकि राजनांदगांव के तत्कालीन सहायक आबकारी आयुक्त यदुनंदन राठौर एवं मंडल प्रभारी संदीप सहारे को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य में शराब के अवैध परिवहन, संग्रहण एवं कारोबार पर कड़ाई से रोक लगाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए थे। मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट रूप से कहा था कि आबकारी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में सख्ती से इस पर प्रतिबंध लगाएं और इसमें संलिप्त लोगों के विरूद्ध प्रभावी कारर्वाई करें। इस मामले में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि राज्य स्तरीय उड़नदस्ता द्वारा जिलों में अवैध शराब का मामला पकड़ में आने पर संबंधित अधिकारियों पर जिम्मेदारी तय कर कारर्वाई की जाएगी। उक्त तीनों वृत्तों के प्रभारी अधिकारियों का निलंबन और विभाग के 6 वरिष्ठ अधिकारियों को जारी नोटिस इसी का परिणाम है।
सीएम श्री साय ने कहा है कि राज्य में अवैध शराब के कारोबार को किसी भी कीमत पर पनपने नहीं दिया जाएगा और इस दिशा में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। आबकारी सचिव मुकेश बंसल एवं आबकारी आयुक्त श्याम धावडे ने सभी जिला एवं मंडल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अवैध मदिरा के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री की किसी भी सूचना पर तत्काल और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करें। इसमें किसी भी की लापरवाही पर संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
भिंभौरी के मुख्य नगर पालिका अधिकारी निलंबित
रायपुर। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने विभागीय कार्यों में रूचि नहीं लेने के कारण दुर्ग जिले के भिंभौरी नगर पंचायत के प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीनिवास द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विभागीय क्षेत्रीय संयुक्त संचालक कार्यालय, दुर्ग से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है। निलंबन अवधि में श्रीनिवास द्विवेदी का मुख्यालय नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के क्षेत्रीय संयुक्त संचालक कार्यालय, दुर्ग नियत किया गया है। नियमानुसार उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी।
बलरामपुर के तत्कालीन तहसीलदार सस्पेंड
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के राजपुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम भेस्की में पहाड़ी कोरवा समुदाय के व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने के मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तत्कालीन तहसीलदार एवं प्रभारी उप पंजीयक यशवंत कुमार को निलंबित कर दिया गया है। विशेष संरक्षित जनजाति वर्ग की जमीन को फर्जी तरीके से खरीदने के मामले में सरगुजा संभाग आयुक्त ने तत्कालीन तहसीलदार एवं प्रभारी उप पंजीयक यशवंत कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही विवादित जमीन का विक्रय नामा भी निरस्त कर दिया गया है।
फरार सटोरिया के साथ पार्टी में दो थाना प्रभारी हटाये गए
रायपुर। फरार सटोरिया के साथ पार्टी में शामिल होना दो थाना प्रभारियों को महंगा पड़ गया। सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों ने न सिर्फ पुलिस विभाग की छवि पर सवाल खड़े कर दिए, बल्कि संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की नौबत भी आ गई। पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज एक फरार सटोरिया के साथ पार्टी में शामिल हुए जामुल के थाना प्रभारी कपिल देव पांडेय और छावनी के तत्कालीन थाना प्रभारी, वर्तमान में पुलिस लाइन में पदस्थ उप निरीक्षक चेतन चंद्राकर की तस्वीरें सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुई। जैसे ही मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आया, पुलिस मुख्यालय में हड़कंप मच गया। पूरे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों अधिकारियों को मुख्यालय अटैच कर दिया है।
इंस्पेक्टर कलीम खान का डिमोशन
रायपुर । छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में निरीक्षक कलीम खान का डिमोशन कर दिया गया है। निरीक्षक पर महिला ने यौन शोषण और पैसे मांगने के आरोप लगाए थे। जिसके बाद विभागीय जांच के बाद आईजी संजीव शुक्ला ने निरीक्षक कलीम खान को उप निरीक्षक के पद पर डिमोशन कर दिया है। कलीम खान जब बिलासपुर में पदस्थ थे, तब उनके खिलाफ एक महिला ने पैसों की मांग और यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई थी। यह शिकायत एसपी दीपक झा के कायर्काल में सामने आई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, एसपी प्रशांत अग्रवाल के कार्यकाल के दौरान दिल्ली में धोखाधड़ी के एक मामले में दबिश देकर महिला के पति को गिरफ्तार किया गया था।