लखनऊ, 6 जून 2025। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद ने राज्य के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए अंतर्जनपदीय तबादलों की प्रक्रिया शुरू कर दी है। परिषद के सचिव सुरेंद्र तिवारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार, इस बार तबादले की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी, समयबद्ध और तकनीकी रूप से सुलभ होगी। इस फैसले से हजारों शिक्षकों को अपने मनचाहे जिले में स्थानांतरण का अवसर मिलेगा।
सबसे अहम बात यह है कि इस वर्ष तबादले के लिए सेवा अवधि की न्यूनतम शर्त को समाप्त कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब नए नियुक्त शिक्षक भी अंतर्जनपदीय तबादले के लिए आवेदन कर सकते हैं, जो पहले केवल अनुभवी शिक्षकों तक ही सीमित था। सचिव सुरेंद्र तिवारी ने बताया कि यह निर्णय शिक्षकों की पारिवारिक और सामाजिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
शिक्षकों को यह सलाह दी गई है कि वे आवेदन करते समय सभी जरूरी दस्तावेजों की सावधानीपूर्वक जांच कर लें, ताकि कोई तकनीकी त्रुटि सामने न आए। समयसीमा का विशेष ध्यान रखते हुए आवेदन करना अनिवार्य होगा, क्योंकि प्रक्रिया निर्धारित तारीखों के भीतर ही पूरी की जाएगी।
महत्वपूर्ण तिथियां
- 6 से 7 जून: सभी जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) अपने जिलों के स्कूलों की सूची जारी करेंगे। इसमें यह दर्शाया जाएगा कि किस विद्यालय में शिक्षकों की कितनी आवश्यकता है और कहां शिक्षक अधिक हैं।
- 9 से 12 जून: शिक्षकों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अवधि। इस दौरान शिक्षक अंतर्जनपदीय तबादले के लिए आवेदन कर सकेंगे।
- 13 जून: ऑनलाइन आवेदन का प्रिंट आउट संबंधित BSA कार्यालय में जमा करने की अंतिम तिथि होगी।
- 16 जून : अंतर्जनपदीय तबादलों की अधिकारिक सूची जारी की जाएगी।
परिषद ने जिलास्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें और सभी अभ्यर्थियों को समुचित मार्गदर्शन प्रदान करें। इसके अतिरिक्त, सभी शिक्षकों के प्रोफाइल, सेवा विवरण और कार्यभार की जांच ऑनलाइन माध्यम से की जाएगी, जिससे आवेदन की स्वीकृति या अस्वीकृति में कोई त्रुटि न हो।
शिक्षक संगठनों ने इस निर्णय का स्वागत किया है और कहा कि यह कदम लंबे समय से चली आ रही मांगों की पूर्ति है। इससे विशेष रूप से वे शिक्षक लाभान्वित होंगे जो पारिवारिक कारणों से अपने गृह जनपद या अन्य पसंदीदा जिले में तबादले के इच्छुक हैं।