जर्मनी में बीजद नेता पिनाकी मिश्रा के साथ बंधे परिणय सूत्र
नई दिल्ली, 5 जून 2025। सांसद महुआ मोइत्रा एक बार सुर्खियों में हैं। इस बार वह अपनी शादी को लेकर चर्चा में हैं। बता दें महुआ मोइत्रा पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की तेज-तर्रार सांसद हैं। खबर है कि महुआ मोइत्रा ने गुपचुप तरीके से बीजू जनता दल (बीजद) के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद पिनाकी मिश्रा के साथ शादी रचा ली है।
यह शादी 3 मई 2025 को जर्मनी में एक निजी समारोह में हुई, जिसकी जानकारी न तो उनकी पार्टी के अधिकतर नेताओं को थी और न ही जनता को। गुरुवार, 5 जून 2025 को द टेलीग्राफ और इंडिया टुडे जैसे मीडिया हाउस द्वारा साझा की गई तस्वीरों में महुआ मोइत्रा और पिनाकी मिश्रा को पारंपरिक परिधानों में सजा-धजा देखा गया, जिसके बाद यह खबर सार्वजनिक हुई।
तस्वीरों में महुआ मोइत्रा सुनहरे आभूषणों और पारंपरिक पोशाक में मुस्कुराती नजर आईं, जो इस समारोह की भव्यता को दर्शाता है। महुआ मोइत्रा, जो अपनी बेबाक और तीखी टिप्पणियों के लिए जानी जाती हैं, वर्तमान में पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से दूसरी बार लोकसभा सांसद हैं।
50 वर्षीय मोइत्रा ने अपने राजनीतिक करियर में कई बार अपनी बुद्धिमत्ता और साहसिक बयानों से राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। खासतौर पर उनके सात संकेतों वाला फासीवाद वाला भाषण संसद में काफी चर्चित रहा था। इससे पहले, वह एक निवेश बैंकर के रूप में काम कर चुकी हैं और 2010 में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुई थीं।
यह महुआ मोइत्रा की दूसरी शादी
यह महुआ मोइत्रा की दूसरी शादी है। इससे पहले उन्होंने डेनिश फाइनेंसर लार्स ब्रोरसन से शादी की थी, लेकिन कुछ समय बाद दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद महुआ का नाम अधिवक्ता जय अनंत देहाद्राय के साथ जोड़ा गया, जिनके साथ वह लगभग तीन साल तक रिलेशनशिप में थीं। हालांकि, इस रिश्ते का अंत भी विवादास्पद रहा, क्योंकि मोइत्रा ने देहाद्राय पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। उनकी निजी जिंदगी हमेशा से ही चर्चा का विषय रही है, और इस शादी ने एक बार फिर उनके निजी जीवन को सुर्खियों में ला दिया है।
पिनाकी मिश्रा, जिन्हें महुआ ने अपना जीवनसाथी चुना है, एक जाने-माने वकील और राजनेता हैं। 65 वर्षीय पिनाकी मिश्रा ओडिशा के पुरी से चार बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। वह बीजू जनता दल के एक प्रमुख नेता हैं और सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में अपनी पहचान रखते हैं।
पिनाकी मिश्रा की यह भी दूसरी शादी है। उनकी पहली पत्नी संगीता मिश्रा से उन्हें दो बच्चे हैं। 2019 के अपने हलफनामे में पिनाकी ने 117 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी, जो उनकी आर्थिक स्थिति को दर्शाता है। हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक ने उनका टिकट काट दिया था।
यह शादी इसलिए भी खास है, क्योंकि इसे पूरी तरह गोपनीय रखा गया। न तो महुआ मोइत्रा और न ही पिनाकी मिश्रा ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी किया है। उनकी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, और बीजद, दोनों ही इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। कुछ सूत्रों का कहना है कि यह समारोह बेहद निजी था, जिसमें केवल करीबी रिश्तेदार और दोस्त शामिल हुए। जर्मनी में आयोजित इस समारोह की तस्वीरें सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भी इसकी चर्चा तेज हो गई है।
महुआ मोइत्रा और पिनाकी मिश्रा का यह मिलन न केवल व्यक्तिगत, बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोनों ही नेता अपनी-अपनी पार्टियों में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं और उनकी बौद्धिक क्षमता और राजनीतिक समझ को सराहा जाता है।
जहां महुआ अपनी आक्रामक और बेबाक शैली के लिए जानी जाती हैं, वहीं पिनाकी मिश्रा अपने शांत और तार्किक दृष्टिकोण के लिए पहचाने जाते हैं। यह विपरीत व्यक्तित्वों का संगम भविष्य में राजनीतिक गलियारों में कैसी ऊर्जा लाएगा, इस पर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
महुआ मोइत्रा का राजनीतिक सफर हमेशा से चर्चा में रहा है। वह अक्सर भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करती रही हैं। हाल ही में, उन्होंने वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को असंवैधानिक और अल्पसंख्यक विरोधी बताते हुए इसे भारत की धर्मनिरपेक्षता के लिए काला दिन करार दिया था। इसके अलावा, वह बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ भी अपनी तीखी टिप्पणियों के लिए जानी जाती हैं। उनकी यह छवि उन्हें एक निडर और मुखर नेता के रूप में स्थापित करती है।
हालांकि, उनकी अपनी पार्टी के भीतर भी कुछ विवाद रहे हैं। अप्रैल 2025 में, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के साथ उनकी सार्वजनिक तकरार ने पार्टी के भीतर मतभेदों को उजागर किया था। इस घटना में कल्याण बनर्जी पर महुआ के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा था, जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता सौगत राय ने बनर्जी के व्यवहार को असभ्य करार देते हुए उनकी मुख्य सचेतक पद से हटाने की मांग की थी। इन विवादों के बावजूद, महुआ मोइत्रा अपनी पार्टी में एक मजबूत स्थान रखती हैं और ममता बनर्जी की करीबी मानी जाती हैं।