वाराणसी, 12 मई 2025। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (UPSRLM) के तहत वाराणसी में नवचयनित ब्लॉक रिसोर्स पर्सन (BRP) दीदियों के लिए आयोजित सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 5 मई से शुरू होकर 11 मई को जिला ग्राम्य विकास संस्थान, परमानंदपुर में सम्पन्न हुआ। इस प्रशिक्षण में जनपद के सभी विकास खंडों से चयनित 64 बीआरपी दीदियों ने हिस्सा लिया।
समापन समारोह में जिला प्रशिक्षण अधिकारी विमल कुमार सिंह ने कहा कि बीआरपी दीदियां ग्रामीण स्तर पर प्रशिक्षण और विकास गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक सफल प्रशिक्षक बनने के लिए अपनी विशेषज्ञता को मजबूत करना जरूरी है।
जिला मिशन प्रबंधक श्रवण कुमार सिंह ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि सात दिनों के प्रशिक्षण में दी गई जानकारी को बीआरपी दीदियां अपने जीवन और कार्यक्षेत्र में लागू करें। उन्होंने दीदियों से अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा के साथ निभाने का आह्वान किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए UPSRLM के मिशन को और मजबूती प्रदान करेगा।
प्रशिक्षण का पाठ्यक्रम और विषय
सात दिवसीय प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षकों डीआरपी घनश्याम प्रजापति, सुरेश पाण्डेय, अतुल कुमार पाण्डेय, शशिकांत, और जनार्दन सिंह ने प्रतिभागियों को कई महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षित किया। मिशन का लक्ष्य ग्रामीण गरीब परिवारों को सशक्त करना और उनकी आय बढ़ाना है।
प्रशिक्षण के दौरान उपयुक्त स्वतः रोजगार पवन कुमार सिंह और जिला मिशन प्रबंधक प्रदीप कुमार केसरवानी ने समय-समय पर उपस्थित होकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन किया। सत्र प्रभारी संजय कुमार ने समापन समारोह में सभी प्रशिक्षुओं, प्रशिक्षकों, और अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
बीआरपी दीदियां प्रशिक्षण के बाद विकास खंड और ग्राम स्तर पर विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लेंगी। ये दीदियां आत्मनिर्भरता और सामाजिक समावेशन को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण महिलाओं को संगठित करेंगी, समूहों का गठन करेंगी, और आजीविका के अवसरों को प्रोत्साहित करेंगी। प्रशिक्षण ने इन्हें तकनीकी और सामाजिक कौशल से लैस किया है, जिससे ये अपने कार्यक्षेत्र में प्रभावी ढंग से काम कर सकें।
समापन समारोह में सुरेश तिवारी, नीरज कुमार, सुनीता मौर्या, सपना, रीना, अनोखी, पूजा, रीता सिंह, आरती, राधा, पूनम, किरन राय, प्रेमशिला, रंजना सहित कई अन्य उपस्थित रहे। यह प्रशिक्षण न केवल बीआरपी दीदियों के लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका मिशन के लक्ष्यों को हासिल करने में भी मील का पत्थर साबित होगा।