रायपुर, 7 मई 2025। नरदहा के आंगनबाड़ी नंबर एक में डीपीएस की शिक्षिका उमा धोटे द्वारा बच्चों और महिलाओं के लिए निशुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। बच्चों को आर्ट एंड क्राफ्ट का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे धूप में घूमने के बजाय समय का सदुपयोग करते हुए रचनात्मक कौशल सीखें।
महिलाओं और युवतियों को सिलाई, ब्यूटी पार्लर, मेहंदी और बैग मेकिंग का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाना है। कार्यक्रम के तहत डीपीस में होने वाले पेरेंट्स-टीचर मीटिंग (पीटीएम) के दौरान इनके द्वारा बनाए गए बैग और अन्य हस्तनिर्मित हस्तशिल्प उत्पादों को बिक्री के लिए प्रदर्शित किया जाता है।
इन उत्पादों की बिक्री से होने वाला मुनाफा सीधे इन महिलाओं और युवतियों को दिया जाता है, जिससे उन्हें आत्म-संतुष्टि और आत्मविश्वास मिलता है। यह पहल न केवल आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ावा दे रही है, बल्कि समाज में आत्मनिर्भरता का संदेश भी प्रसारित कर रही है।
प्रशिक्षण प्राप्त महिलाएं न सिर्फ अपने परिवार का सहयोग कर रही हैं, बल्कि जरूरतमंदों की मदद भी कर रही हैं। इस कार्यक्रम के आयोजकों का मानना है कि आत्मनिर्भरता हर व्यक्ति का अधिकार है, और इस दिशा में यह छोटा प्रयास बड़ा बदलाव ला सकता है।