प्रतापगढ़, 2 मई 2025। यूपी के प्रतापगढ़ में रानीगंज सीएचसी का निरीक्षण करने पहुंचे डीएम शिव सहाय अवस्थी उस समय हैरान रह गये जब उन्हें पता चला कि सीएचसी में पिछले 3 महीने से पैरासीटामॉल की दवा नहीं है।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने सीएचसी में आये हुये मरीजों से उन्हें मिलने वाली दवाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। इसके बाद वह दवा वितरण काउन्टर पर पहुंचे और दवाओं की जांच की। स्टाक रूम में को देखा जो पीछे रैक लगी थी उनमें दवाओं के नाम अंकित थे परन्तु मौके पर कुछ रैकों में सम्बन्धित दवायें नहीं पायी गयी। पाया गया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा स्टाक रजिस्टर का सत्यापन नही किया गया है, स्टाक रजिस्टर में दवाओं की इन्ट्री सही नही पायी गयी।
चीफ फार्मासिस्ट के निरीक्षण में पाया गया कि पैरासीटामॉल की दवा 1 फरवरी 2025 से उपलब्ध नहीं है। इसके डिमाण्ड के सम्बन्ध में जानकारी ली गयी तो बताया गया कि 13 जनवरी को पत्र प्रेषित किया गया था परन्तु अभी तक दवा प्राप्त नही हुई है।
सीएचसी के निरीक्षण में पाया गया कि जो दवाओं की उपलब्धता की लिस्ट चस्पा थी उसमें दिखाया गया था कि दवा उपलब्ध है परन्तु निरीक्षण में पैरासीटामॉल दवा नहीं मिली। अलमारी में रखे गये हीमो मीटर 02 दिखाये गये परन्तु मौके पर 01 पाया गया।
इसी प्रकार विभिन्न दवाओं के स्टाक रजिस्टर को देखा गया जो स्टाक के अनुरूप दवाओं की उपलब्धता कम पायी गयी और फार्मासिस्ट को दवाओं की उपलब्धता के सम्बन्ध में जानकारी भी नही थी। इस पर डीएम ने फार्मासिस्ट राजेश कुमार के विरूद्ध निलम्बन की कार्रवाई हेतु निर्देशित किया।